Borlegierte Vergütungsstähle
Verwendung
Die Stahlsorten der MnB-Reihe gehören in Anlehnung an die DIN EN ISO 683, Teil 2 zu den borlegierten Vergütungsstählen. Diese Güten zeichnen sich besonders durch ihre Umformbarkeit im warmgewalzten Zustand und ihre hohe Festigkeit nach der Wärmebehandlung aus. Die Festigkeitseigenschaften werden hierbei neben dem Kohlenstoff und Mangan besonders durch den geringen Anteil an Bor erreicht. Die Salzgitter Flachstahl kann zur Zeit Mangan-Bor-Stähle vom 10MnB5 bis 46MnB5 liefern sowie nach Vereinbarung auch Kunden spezifische Analysevarianten.
Lieferform
Diese Stahlsorte wird als Warmband (gebeizt, ungebeizt) in Nenndicken von 2,0 bis 12,70 mm in Breiten gemäß Salzgitter Flachstahl Lieferprogramm (abhängig von der jeweiligen Festigkeitsklasse) geliefert. Nach Absprache sind über den oben genannten Bereich hinaus weitere Dicken lieferbar.
Chemische Zusammensetzung* (Schmelzenanalyse in Gewichtsprozent)
Übersicht der aktuell im Lieferprogramm befindlichen Analysen
* weitere Kundenspezifische Analysen sind nach Vereinbarung lieferbar
Stahlsorte | C | Mn | Si | P | S | Cr | Cu | Ti | B |
max. | max. | max. | |||||||
10MnB5 | 0,06 - 0,12 | 0,60 - 1,00 | 0,10 - 0,35 | 0.02 | 0,007 | 0,25 - 0,55 | 0,15 | 0,010 - 0,045 | 0,0010 - 0,0050 |
20MnB5 | 0,15- 0,22 | 1,05 - 1,40 | 0,30 - 0,45 | 0.02 | 0,007 | 0,20 - 0,40 | 0,18 | 0,010 - 0,045 | 0,0010 - 0,0050 |
20MnB51) | 0,17 - 0,23 | 1,10 - 1,40 | ≤ 0,40 | 0,025 | 0,035 | - | 0,40 | - | 0,0008 - 0,0050 |
22MnB5 | 0,20 - 0,27 | 1,10 - 1,40 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,007 | 0,10 - 0,25 | 0,15 | 0,010 - 0,045 | 0,0008 - 0,0050 |
26MnB5 | 0,22 - 0,29 | 1,15 - 1,45 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,006 | 0,05 - 0,25 | 0,15 | 0,010 - 0,045 | 0,0010 - 0,0050 |
27MnCrB5-21) | 0,24 - 0,30 | 1,10 - 1,40 | ≤ 0,40 | 0,025 | 0,035 | 0,30 - 0,60 | 0,40 | - | 0,0008 - 0,0050 |
27MnCrB5-2 | 0,25 - 0,30 | 1,15 - 1,40 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,007 | 0,30 - 0,50 | 0,15 | 0,015 - 0,050 | 0,0010 - 0,0050 |
30MnB51) | 0,27 - 0,33 | 1,15 - 1,45 | ≤ 0,40 | 0,025 | 0,035 | - | 0,40 | - | 0,0008 - 0,0050 |
30MnB5 | 0,27 - 0,33 | 1,15 - 1,45 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,007 | 0,05 - 0,25 | 0,15 | 0,015 - 0,045 | 0,0010 - 0,0050 |
34MnB5 | 0,32 - 0,38 | 1,15 - 1,45 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,006 | 0,05 - 0,25 | 0,15 | 0,015 - 0,045 | 0,0008 - 0,0050 |
37MnB52) | 0,34 - 0,40 | 1,15 - 1,45 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,007 | ≤ 0,25 | 0,15 | 0,030 - 0,060 | 0,0008 - 0,0050 |
39MnB51) | 0,36 - 0,42 | 1,15 - 1,45 | ≤ 0,40 | 0,025 | 0,035 | - | 0,40 | - | 0,0008 - 0,0050 |
40MnB5 | 0,36 - 0,43 | 1,05 - 1,40 | 0,15 - 0,35 | 0.02 | 0,005 | 0,35 - 0,60 | 0,20 | 0,020 - 0,055 | 0,0008 - 0,0050 |
46MnB4 | 0,43 - 0,51 | 0,50 - 1,0 | ≤ 0,25 | 0.02 | 0,015 | 0,10 - 0,40 | 0,18 | 0,015 - 0,045 | 0,0008 - 0,0050 |
33MnCrB5-21) | 0,30 - 0,36 | 1,20 - 1,50 | ≤ 0,40 | 0,025 | 0,035 | 0,30 - 0,60 | 0,40 | - | 0,0008 - 0,0050 |
Typische mechanische Werte aus dem Zugversuch (Richtwerte am Warmband)
Sorte | Streckgrenze Rp0,21) | Zugfestigkeit Rm1) | Bruchdehnung A1) | Streckgrenze Rp0,22) | Zugfestigkeit Rm2) | Bruchdehnung A52) | |
[MPa] | [MPa] | A80 [%] | A5 [%] | [MPa] | [MPa] | [%] | |
10MnB4 | 280 - 490 | 470 - 570 | ≥ 16 | ≥ 20 | 270 - 460 | 450 - 550 | ≥ 18 |
20MnB5 | 310 - 530 | 500 - 700 | ≥ 15 | ≥ 19 | 300 - 520 | 480 - 680 | ≥ 16 |
22MnB5 | 330 - 600 | 520 - 750 | ≥ 12 | ≥ 15 | 320 - 580 | 480 - 730 | ≥ 14 |
26MnB5 | 350 - 580 | 580 - 740 | ≥ 10 | ≥ 14 | 340 - 570 | 500 - 720 | ≥ 11 |
27MnCrB5-2 | 350 - 700 | 580 - 850 | ≥ 10 | ≥ 12 | 350 - 630 | 570 - 800 | ≥ 10 |
30MnB5 | 380 - 600 | 610 - 780 | ≥ 10 | ≥ 12 | 340 - 590 | 580 - 760 | ≥ 11 |
34MnB5 | 330 - 620 | 600 - 820 | ≥ 9 | ≥ 11 | 320 - 620 | 600 - 800 | ≥ 10 |
37MnB5 | 380 - 640 | 630 - 830 | ≥ 12 | 380 - 620 | 630 - 810 | ≥ 11 | |
40MnB5 | 390 - 800 | 600 - 950 | ≥ 7 | ≥ 11 | 380 - 700 | 600 - 900 | ≥ 9 |
(46MnB4) | 420 - 800 | 690 - 960 | ≥ 10 | 400 - 780 | 670 - 900 | ≥ 9 | |
33MnCrB5-2 | 330 - 600 | 550 - 820 | ≥ 12 | 320 - 580 | 520 - 790 | ≥ 11 |
Gefügeausbildung
Im warmgewalzten Zustand bilden die Mangan-Bor-Stähle typischer Weise ein ferritisch-perlitisches Gefüge mit einer typischen Korngröße > 9 entsprechend DIN EN ISO 643 aus.
Anwendungsbeispiele
Aufgrund der Kombination aus Verformbarkeit und Härtbarkeit finden die Mangan-Bor-Stähle besonders Anwendung für tragende Karosserieteile und sicherheitsrelevante Teile in der Automobilindustrie. Beispiele hier für sind B-Säule, Seitenaufprallschutz, Fahrwerkskomponenten oder Stoßfänger.
Geschweißte Präzisionsrohre aus Mangan-Bor-Stählen finden beispielsweise als Stabilisatoren, Antriebs- und Getriebewellen und Teilen passiver Sicherheit in der Automobilindustrie sowie als Boiler Rohre Anwendung .
Einige unsere Werkstoffblätter 'Borlegierte Vergütungsstähle' können Sie nachfolgend als PDF-Dokument herunterladen.